भारत में HMPV (ह्यूमन मेटाप्नेमोवायरस) के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है, यह एक श्वसन वायरस है जो फ्लू जैसे लक्षण उत्पन्न करता है।
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HMPV क्या है?
HMPV को 2001 में पहचाना गया था, जो फ्लू जैसे लक्षण उत्पन्न करता है। यह सभी को प्रभावित कर सकता है, लेकिन छोटे बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों के लिए अधिक खतरनाक हो सकता है।
भारत में निगरानी बढ़ी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को श्वसन संबंधी गंभीर बीमारियों (SARI) और फ्लू जैसे लक्षणों (ILI) के मामलों की निगरानी बढ़ाने का निर्देश दिया है, क्योंकि HMPV के मामले बढ़ रहे हैं।
दिसंबर 2024 में मामलों की स्थिति
दिसंबर 2024 में भारत में 9 HMPV मामले सामने आए, जिनमें से कोई भी मौत की रिपोर्ट नहीं हुई। इन मामलों में से चार पुडुचेरी से, दो ओडिशा से और एक-एक त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली से था।
श्वसन संक्रमणों में कोई बड़ी वृद्धि नहीं
DSP द्वारा किए गए अध्ययन में यह पाया गया कि देशभर में श्वसन संक्रमणों में कोई बड़ी वृद्धि नहीं हुई है, और HMPV के मामलों के बावजूद, सामान्य श्वसन संबंधी बीमारियों के मामलों में असामान्य वृद्धि नहीं हुई है।
जनवरी 2025 की ताजा स्थिति
जनवरी में बेंगलुरू में तीन महीने के एक शिशु और अहमदाबाद में एक अन्य मरीज को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। सभी मरीज अब ठीक हो चुके हैं।
HMPV के लक्षण
HMPV के लक्षणों में बुखार, खांसी, गले में खराश, सांस लेने में तकलीफ, जुकाम, सिरदर्द, थकान और मांसपेशियों में दर्द शामिल हैं।
सावधानियां और उपाय
सरकार ने लोगों से हाथ धोने, चेहरे को छूने से बचने, बीमार व्यक्तियों से दूरी बनाने और खांसी या छींकते समय मुंह और नाक ढकने जैसे साधारण उपायों का पालन करने की अपील की है ताकि HMPV के प्रसार को रोका जा सके।
सूचना से सुरक्षा
HMPV के मामलों पर नजर रखें और श्वसन संक्रमणों से बचने के लिए सरकार द्वारा सुझाए गए उपायों का पालन करें।