Laxmi Dental IPO : जानें क्या है खास, कब है निवेश का मौका और क्या कहते हैं विश्लेषक

Laxmi Dental IPO का इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) ₹698 करोड़ का है, जो आज, 13 जनवरी से शुरू हो चुका है। इस IPO में ₹138 करोड़ का ताजा शेयर जारी किया गया है, जबकि ₹560 करोड़ का ऑफर फॉर सेल (OFS) है, जिसमें 1.3 करोड़ शेयर शामिल हैं। इस IPO का प्राइस रेंज ₹407 से ₹428 प्रति शेयर के बीच रखा गया है।

Laxmi Dental IPO की विशेषताएं

  • मूल्य सीमा: ₹407 – ₹428 प्रति शेयर
  • न्यूनतम बोली: 33 शेयरों का एक लॉट
  • अंतिम तिथि: 15 जनवरी को IPO की सब्सक्रिप्शन समाप्त होगी
  • कुल IPO मूल्य: ₹698 करोड़

IPO की शुरुआत आज से हो चुकी है और इसका समापन 15 जनवरी को होगा। निवेशक एक लॉट (33 शेयर) से लेकर अधिक लॉट्स के लिए आवेदन कर सकते हैं।

Laxmi Dental IPO को लेकर विश्लेषकों की राय

अनंद राठी के विश्लेषकों का मानना है कि निवेशकों को लंबी अवधि के लाभ के लिए इस IPO में निवेश करना चाहिए। ₹428 के ऊपरी मूल्य पर, कंपनी का मार्केट वैल्यूएशन ₹2,352 करोड़ होगा। FY25 के वार्षिकीकृत लाभ के आधार पर कंपनी का प्राइस-टू-अर्निंग्स (PE) अनुपात 64.6 है, जो एक उच्च मूल्य संकेतित करता है।

विश्लेषकों का कहना है कि Laxmi Dental Limited भारत के शीर्ष दो डेंटल लैब्स में से एक है और यह डेंटल उत्पादों के प्रमुख निर्यातक भी है। नए मेडिकल डिवाइस नियमों, दंत सौंदर्यीकरण में वृद्धि और धातु-रहित उत्पादों की बढ़ती मांग जैसी वजहों से कंपनी की विकास दर में बढ़ोतरी हो सकती है।

एसबीआई सिक्योरिटीज भी Laxmi Dental को अपने क्षेत्र में शीर्ष खिलाड़ी मानते हैं। वे बताते हैं कि अव्यवस्थित से व्यवस्थित बाजारों में स्थानांतरित होने की प्रवृत्ति और दंत सौंदर्यीकरण एवं धातु-रहित विकल्पों की बढ़ती मांग कंपनी के लिए महत्वपूर्ण विकास कारक हैं। कंपनी का मार्जिन FY22 में 4% से बढ़कर FY25 के पहले छमाही में 19.5% हो गया है, जो संचालन क्षमता और कर्ज चुकता करने से घटे ब्याज खर्च के कारण है। हालांकि, वे दीर्घकालिक अनुबंधों की कमी के कारण सतर्क रहते हुए ‘न्यूट्रल’ रेटिंग देते हैं, क्योंकि इससे भविष्य के विकास में अनिश्चितता हो सकती है।

Laxmi dental IPO

Grey market प्रीमियम (GMP) और संभावित लिस्टिंग लाभ

लक्ष्मी डेंटल के शेयर वर्तमान में ₹160 के Grey market premium (GMP) पर दिख रहे हैं, जो लिस्टिंग के दौरान लगभग 40% का लाभ दिखाता है। हालांकि, GMP में उतार-चढ़ाव हो सकते हैं, और यह केवल बाजार में रुचि का एक मोटा अनुमान होता है।

Investors के लिए बड़ा अवसर

10 जनवरी को लक्ष्मी डेंटल ने एंकर निवेशकों से ₹314 करोड़ जुटाए थे। इस निवेश दौर में अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी, नोमुरा ट्रस्ट, गोल्डमैन सैक्स और ईस्टस्प्रिंग इन्वेस्टमेंट्स जैसे प्रमुख निवेशकों ने भाग लिया है।

IPO संरचना और शेयर Allotment

Laxmi Dental आईपीओ में कुल 75% शेयर योग्य संस्थागत खरीदारों (QIBs) के लिए, 15% गैर-संस्थागत निवेशकों (NIIs) के लिए और शेष 10% खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित हैं।

कंपनी के IPO के लिए प्रमुख मार्गदर्शक (लीड मैनेजर्स) में नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट लिमिटेड, मोतीलाल ओसवाल इन्वेस्टमेंट एडवाइज़र्स लिमिटेड और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड शामिल हैं। लिंक इंटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड रजिस्टार के रूप में कार्य करेगा।

Laxmi Dental IPO की भविष्य की योजनाएं और उत्पादन केंद्र

लक्ष्मी डेंटल के पास छह उत्पादन सुविधाएं हैं, जिनमें तीन मिरा रोड, दो बोइसर और एक कोचि में स्थित हैं। इसके अलावा, मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु और अहमदाबाद में अतिरिक्त सुविधाएं भी हैं। बोइसर में स्थित कंपनी की उत्पादन सुविधाएं अमेरिकी खाद्य और औषधि प्रशासन (US FDA) द्वारा निर्धारित गुणवत्ता नियमों का पालन करती हैं। मिरा रोड और बोइसर में स्थित संयंत्र ISO प्रमाणित हैं, जो चिकित्सा उपकरणों की गुणवत्ता के लिए एक मान्यता प्राप्त मानक है।

कंपनी के विकास की संभावनाएं

लक्ष्मी डेंटल भारत के शीर्ष दो डेंटल लैब्स में से एक है और इसके पास कस्टम क्राउन्स, ब्रिजेस और ब्रांडेड डेंटल उत्पादों की एक मजबूत श्रृंखला है। 2023 के वित्तीय वर्ष में यह भारत के दो सबसे बड़े डेंटल लैब्स में से एक के रूप में पहचानी गई थी। कंपनी ने 146,804.42 वर्ग फीट क्षेत्र में छह उत्पादन केंद्र स्थापित किए हैं।

End और Listing Date

Laxmi Dental IPO के Allotment की घोषणा 16 जनवरी को की जाएगी, और इसके बाद 20 जनवरी को BSE और NSE पर Listing की संभावना है।

कुल मिलाकर, Laxmi Dental IPO निवेशकों के लिए एक आकर्षक अवसर प्रस्तुत करता है, विशेष रूप से लंबी अवधि के निवेशकों के लिए। हालांकि, ध्यान रखें कि इस तरह के निवेश में जोखिम होता है, इसलिए सतर्कता से निवेश निर्णय लें।

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