Black Warrant :Review और तिहाड़ जेल की गहरी और प्रभावशाली यात्रा !

Black Warrant :  तिहाड़ जेल की जटिल दुनिया की एक आकर्षक और बिना झिझक के की गई खोज है। यह बिंज-वॉच के लिए आदर्श नहीं हो सकती, लेकिन इसकी भावनात्मक गहराई और प्रभावशाली प्रदर्शन यह सुनिश्चित करते हैं कि क्रेडिट रोल होने के बाद भी इसका प्रभाव लंबे समय तक बना रहे। हालांकि लेखन को थोड़ा और तीव्र किया जा सकता था, यह series सहानुभूति जगाने में सफल रही है और एक कच्चा, सोचने पर मजबूर करने वाला अनुभव प्रदान करती है।

Black Warrant Review :

Netflix ने साल की शुरुआत “Black Warrant” के साथ की है, जो तिहाड़ जेल पर आधारित एक शक्तिशाली ड्रामा है, जिसे नए जेलर Sunil Gupta की नजर से दिखाया गया है। यह सीरीज़ Sunil Gupta और पत्रकार Sunetra Choudhury की किताब “Black Warrant: Confessions of a Tihar Jailer” से प्रेरित है और इसमें सात एपिसोड हैं, जो गहरी कहानी, भावनाओं और जटिलता से भरे हुए हैं। इसका निर्देशन Vikramaditya Motwane और उनकी टीम ने किया है, और इसमें Zahan Kapoor, Rahul Bhat, Paramvir Singh Cheema, Anurag Thakur और Sidhant Gupta जैसे कलाकारों ने काम किया है।

“Black Warrant” का मुख्य उद्देश्य तिहाड़ जेल के कामकाज को कच्चे और सच्चे तरीके से दिखाना है, साथ ही Sunil की व्यक्तिगत और पेशेवर यात्रा को भी उजागर करना है। Zahan Kapoor ने Sunil Kumar Gupta का किरदार निभाया है, जो 24 साल का एक युवक है, जो तिहाड़ के अराजक माहौल में कदम रखता है, जबकि असल में वह 32 साल का है। Kapoor ने Sunil के किरदार में धीरे-धीरे एक डरपोक आदमी से एक मजबूत और जिम्मेदार जेलर बनने की प्रक्रिया को बखूबी दिखाया है। उनके अभिनय में बेहद सूक्ष्म भावनाएं और शारीरिक हाव-भाव हैं, जो Sunil की कमजोरी और ताकत दोनों को प्रभावी तरीके से दर्शाते हैं।

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Rahul Bhat ने DSP Rajesh Tomar का किरदार निभाया है, जो एक जटिल पात्र है। वह अपनी टीम की सुरक्षा के साथ-साथ अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं का संतुलन भी बनाए रखता है। Bhat का अभिनय Kapoor के शांत और आत्मविश्वासी Sunil के किरदार से अच्छी तरह मेल खाता है। दोनों मिलकर कहानी की रीढ़ बनते हैं, और उन्हें Paramvir Singh Cheema और Anurag Thakur जैसे अन्य प्रतिभाशाली कलाकारों का भी सहयोग मिलता है।

Sidhant Gupta ने Charles Sobhraj का किरदार निभाया है, जो एक सीरियल किलर के रूप में अपनी खतरनाक छवि को पेश करते हैं। उनका संवाद, “Do you know who I am?” Sunil से, उनके किरदार के खौ़फनाक स्वभाव को दिखाता है। Gupta की सीमित स्क्रीन टाइम होने के बावजूद, उनका प्रदर्शन प्रभावशाली है और दर्शकों पर गहरी छाप छोड़ता है।

यह सीरीज़ तिहाड़ जेल के कठोर और अमानवीय हालात को दिखाने में सफल रही है, और यह दिखाती है कि जेल का जीवन न केवल कैदियों के लिए बल्कि जेल कर्मियों के लिए भी मानसिक रूप से कठिन होता है। अंतिम एपिसोड में एक खास दृश्य है, जिसमें Sunil सलाखों के पास खड़ा होता है, जबकि Charles आराम से अंदर बैठा होता है, जो उनके बीच के शक्ति संतुलन को प्रतीकात्मक रूप से दर्शाता है।

हालाँकि, “Black Warrant” में कुछ कमजोरियाँ भी हैं। कहानी कभी-कभी अनावश्यक सबप्लॉट्स में भटक जाती है, जैसे कि पात्रों के व्यक्तिगत जीवन के बारे में जो मुख्य कहानी से ध्यान हटा सकते हैं। इन पहलुओं को बेहतर तरीके से संपादित किया जा सकता था ताकि कहानी का फोकस तिहाड़ के कठिन माहौल पर बना रहे।

Vikramaditya Motwane ने छोटे-छोटे दृश्यों में अपनी प्रतिभा दिखाई है, जैसे Episode 6 में एक गाना जो “Jubilee” के विषयों को दर्शाता है। हालांकि, इस सीरीज़ ने Motwane की आम शैली से अलग एक गहरे और गंभीर मूड को अपनाया है।

यह सीरीज़ “Scoop” जैसी दूसरी नेटफ्लिक्स क्राइम ड्रामा से कुछ समानताएँ रखती है। हालांकि “Black Warrant” में वह बिंज-वॉच की आकर्षक गुणवत्ता नहीं है, लेकिन यह जेल की राजनीति और व्यक्तिगत विकास पर गहरी नजर डालती है, जिससे यह अपनी अलग पहचान बनाती है।

कुल मिलाकर, “Black Warrant” तिहाड़ जेल के जटिल जीवन पर एक मजबूत परीक्षा है। यह बिंज-वॉच के लिए आदर्श नहीं हो सकती, लेकिन इसकी भावनात्मक गहराई और बेहतरीन अभिनय इसे एक प्रभावशाली अनुभव बनाते हैं। कहानी में थोड़ी और मजबूती आ सकती थी, लेकिन यह दर्शकों में सहानुभूति पैदा करने में सफल रहती है और एक कच्चा, सच्चा अनुभव देती है।

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