डैलस स्थित बायोटेक कंपनी Colossal Biosciences ने नए बायोसाइंस तकनीकों का उपयोग कर विलुप्त प्राणियों को फिर से जीवित करने का सपना सच करने की दिशा में कदम बढ़ाया है।
Images by google
जनुकीय अभियांत्रिकी और सिंथेटिक बायोलॉजी में प्रगति
जनुकीय अभियांत्रिकी और सिंथेटिक बायोलॉजी में हो रही प्रगति से अब विलुप्त प्राणियों को फिर से जीवित करने की संभावना वास्तविक रूप में नजर आ रही है, जैसा कि CNN की रिपोर्ट में बताया गया है।
वुली मॅमथ, डोडो और तस्मानियन टाइगर
Colossal Biosciences कंपनी वुली मॅमथ, डोडो और तस्मानियन टाइगर जैसे प्राणियों को फिर से जीवित करने पर काम कर रही है।
2000 करोड़ रुपये का फंड जुटाया
कंपनी को अब तक $435 मिलियन (करीब ₹2000 करोड़) का फंड मिल चुका है, जिसमें हाल ही में $200 मिलियन का निवेश हुआ है।
अगले दशक में फिर से पृथ्वी पर हो सकते हैं ये प्राणी
कंपनी का लक्ष्य है कि अगले दशक में ये विलुप्त प्राणी पृथ्वी पर फिर से दिखाई दें, जो एक बड़ा वैज्ञानिक उपलब्धि हो सकता है।
एक नए युग की शुरुआत
विलुप्त प्राणियों को फिर से जीवित करने का कार्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी में एक नई क्रांति का प्रतीक बन सकता है।